International Research journal of Management Science and Technology

  ISSN 2250 - 1959 (online) ISSN 2348 - 9367 (Print) New DOI : 10.32804/IRJMST

Impact Factor* - 6.2311


**Need Help in Content editing, Data Analysis.

Research Gateway

Adv For Editing Content

   No of Download : 183    Submit Your Rating     Cite This   Download        Certificate

अकबर -राजपूत नीति:- एक विष्लेषण

    1 Author(s):  LAL MOHAN RAM

Vol -  10, Issue- 9 ,         Page(s) : 98 - 100  (2019 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMST

Abstract

भारतीय इतिहास में मुगल सम्राज्य के निर्माण में मुगलकाल के सुयोग्य एवं सभी गुणों से सम्पन्न बादषाह अकबर के दूरदर्षी एवं बुद्यिमŸाा का परिणाम के रूप में राजपूत नीती सामने आया जो कि मुगल सम्राज्य की नींव को इस तरह मजबूती प्रदान किया, जो अकबर के मृत्यु पर्यन्त उसके उŸाराधिकारी को भी लाभ मिलता रहा। अकबर ने राजपूत शासक वर्ग के प्रति एक नई नीती अपनाई जो पहले से चलते आ रहे संघर्ष के विपरीत सद्भाव मैत्री और सहयोग पर आधारित थी। इससे मुगल सम्राज्य और राजपूत राज्यों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों का एक नया आयाम प्रारंभ हुआ।

*Contents are provided by Authors of articles. Please contact us if you having any query.






Bank Details