International Research journal of Management Science and Technology
ISSN 2250 - 1959 (online) ISSN 2348 - 9367 (Print) New DOI : 10.32804/IRJMST
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मार्कण्डेय पुराण में वर्णित सती अनसूया का शक्ति निरूपण
2 Author(s): DR. KUNWAR LAL MEENA , ASMITA KUMARI BHIL
Vol - 10, Issue- 2 , Page(s) : 64 - 66 (2019 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMST
संस्कृत साहित्य के 18 पुराणों में सातवाँ पुराण मार्कण्डेय पुराण है। मार्कण्डेय पुराण में वर्णित नारी शक्ति निरूपण में मार्कण्डेयजी एवं मेघाऋषि के मध्य वार्तालाप और प्रश्न पूछे जा रहे है। उन्हीं प्रश्नों का उŸार मार्कण्डेय मुनि दे रहे है। इसलिये इस पुराण का नाम मार्कण्डेय पुराण पड़ा। इस पुराण में नारी शक्ति निरूपण बहुत महŸवपूर्ण है। इसमें कई नारियों का शक्ति निरूपण है। महामार्या दुर्गा का शक्ति निरूपण, अनसूया, द्रोपदी मदालसा, शाण्डली आदि नारियों का उल्लेख किया गया। उन्हीं में से सती अनसूया भी एक पतिव्रता नारी थी।
1. पद्मपुराण उत्तराखंड2. पद्म पुराण उत्तराखंड3. मार्कण्डेय पुराण, पृ. 634. मार्कण्डेय पुराण, पृ. 645. मार्कण्डेय पुराण, पृ. 65-786. स्कन्द पुराण केदार खण्ड7. मार्कण्डेय पुराण, अध्याय - 45-48