International Research journal of Management Science and Technology
ISSN 2250 - 1959 (online) ISSN 2348 - 9367 (Print) New DOI : 10.32804/IRJMST
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तकनीकी शिक्षा संस्थानों में अध्ययनरत्् विद्र्यािर्थयों कि अभिप्रेरणा का उनकी शैक्षिक उपलब्धि पर प्रभाव का एक अध्ययन।
1 Author(s): SMT. LILESH GUPTA . RAJKUMAR
Vol - 7, Issue- 6 , Page(s) : 83 - 87 (2016 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMST
मानव व्यवहार कुछ प्रेरकों द्वारा ही नियमित ,प्रदर्शित एंव रूपान्तरित होता हैं। अभिप्रेरणा अधिगम का आवश्यक अंग है इसके द्वारा किसी क्र्रिया को सीखने के लिए बालक में उत्साह उत्पन्न किया जा सकता हैं। अध्यापक का कार्य भी नवीन ज्ञान को छात्रों के समक्ष प्रस्तुत करना हैं। अध्यापक के समक्ष सदैव यह प्रश्न रहा है कि उस ज्ञान का परिचय विद्यार्थियांे को कराए। गिलफोर्ड 1954 - अभिप्रेरण एक विशेष आन्तरिक कारक अथवा स्थिति है जो किसी क्र्र्रिया को शुरू करने एंव जारी रखने की प्रवृति रखती हैं। सबसे प्रभावशाली अधिगम इस समय होता है जब मानसिक क्रिया सर्वाधिक प्रभावी होती है। अधिकतम् मानसिक क्रिया प्रबल अभिप्ररेणा के फलस्वरूप होती हैं। उपलब्धि से तात्पर्य किसी भी क्षेत्र में अर्जित ज्ञान से हैं। सामान्यतः हम उपलब्धि को शैक्षिक क्षेत्र में ही देखते हैं। लेकिन यह जीवन के सभी क्षेत्रों से संबधित होती हैं।