International Research journal of Management Science and Technology
ISSN 2250 - 1959 (online) ISSN 2348 - 9367 (Print) New DOI : 10.32804/IRJMST
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भारत का भूगोल
1 Author(s): REENA YADAV
Vol - 5, Issue- 6 , Page(s) : 251 - 256 (2014 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMST
प्राचीन काल में आर्यों की भरत नाम की शाखा द्वारा हिमालय पर्वत के दक्षिणी भाग के अनार्यों अथवा आर्यो को पराजित करके उस भूभाग का नाम भरत शाखा के नाम पर ही भारतवर्ष रखा गया तथा इसके उत्तर-पश्चिम में प्रवाहित होने वाली नदी को सिन्धु नाम दिया गया। कालान्तर में ईरानियों ने इसे हिन्दू तथा देश को हिन्दुस्तान कहा, जबकि यूनानियों ने सिन्धु नदी को इन्डस और उस देश को, जहां यह नदी प्रवाहित होती है। ''इण्डिया'' नाम दिया। वर्तमान समय में यही देश विश्व में ''भारत'' एवं ''इण्डिया'' दोनों नामों से जाना जाता है। भारत के मुख्य भूभाग में चार क्षेत्र हैं, नामत: महापर्वत क्षेत्र, गंगा और सिंधु नदी के मैदानी क्षेत्र और मरूस्थली क्षेत्र और दक्षिणी प्रायद्वीप। हिमालय की तीन शृंखलाएँ हैं, जो लगभग समानांतर फैली हुई हैं। इसके बीच बड़े - बड़े पठार और घाटियाँ हैं, इनमें कश्मीर और कुल्लू जैसी कुछ घाटियाँ उपजाऊ, विस्तृत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर हैं। संसार की सबसे ऊंची चोटियों में से कुछ इन्हीं पर्वत शृंखलाओं में हैं।