International Research journal of Management Science and Technology
ISSN 2250 - 1959 (online) ISSN 2348 - 9367 (Print) New DOI : 10.32804/IRJMST
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संगीत के माध्यम से आध्यात्मिक शांति तथा सद्भाव का उन्नयन (बौद्विक काल के सन्दर्भ में)
1 Author(s): DR. AMITA SHARMA
Vol - 5, Issue- 4 , Page(s) : 183 - 185 (2014 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMST
सत्य, अहिंसा, सद्भाव और परस्पर प्रेम बौद्धधर्म की सदैव ही पहली पहचान रही है। भगवान बुद्ध ने व्यक्तिगत एवम् सामूहिक स्तर पर इन गुणों का निरंतर विकास करते हुए इस प्रकार के समाज के निर्माण की परिकल्पना की थी, जहाँ सर्वत्र शांति और सद्भाव हो। बौद्धधर्म के इन मूल सिद्वान्तों के आधार पर ही उनके अनुयायियों ने उनकी इस विचारधारा को या उनके इस आंदोलन को उनके जीवनकाल और उनकी मृत्यु के बाद भी पुष्पित- पल्लवित किया।